प्रत्येक स्वतंत्र राष्ट्र का अपना एक ध्वज होता है, जिसे 'राष्ट्रीय ध्वज' कहा जाता है

 प्रत्येक स्वतंत्र राष्ट्र का अपना एक ध्वज होता है, जिसे 'राष्ट्रीय ध्वज' कहा जाता है

पहला राष्‍ट्रीय ध्‍वज  7 अगस्‍त 1906 को पारसी बागान चौक (ग्रीन पार्क) कलकत्ता में फहराया गया था. जिसे अब कोलकाता कहते हैंI

पहला राष्‍ट्रीय ध्‍वज  7 अगस्‍त 1906 को पारसी बागान चौक (ग्रीन पार्क) कलकत्ता में फहराया गया था. जिसे अब कोलकाता कहते हैंI

पिंगली वेंकैया ने साल 1916 से 1921 तक करीब 30 देशों के राष्ट्रीय ध्वज का अध्ययन किया, जिसके बाद उन्होंने तिरंगे को डिजाइन किया था।

पिंगली वेंकैया ने साल 1916 से 1921 तक करीब 30 देशों के राष्ट्रीय ध्वज का अध्ययन किया, जिसके बाद उन्होंने तिरंगे को डिजाइन किया था।

राजेन्द्र प्रसाद संविधान सभा की झंडा समिति तदर्थ समिति के अध्यक्ष थेI

राजेन्द्र प्रसाद संविधान सभा की झंडा समिति तदर्थ समिति के अध्यक्ष थेI

भारत के राष्‍ट्रीय ध्‍वज की ऊपरी पट्टी में केसरिया रंग है जो देश की शक्ति और साहस को दर्शाता है. बीच में स्थित सफेद पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्‍य का प्रतीक है. निचली हरी पट्टी उर्वरता, वृद्धि और भूमि की पवित्रता को दर्शाती हैI

भारत के राष्‍ट्रीय ध्‍वज की ऊपरी पट्टी में केसरिया रंग है जो देश की शक्ति और साहस को दर्शाता है. बीच में स्थित सफेद पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्‍य का प्रतीक है. निचली हरी पट्टी उर्वरता, वृद्धि और भूमि की पवित्रता को दर्शाती हैI

मैडम भीकाजी कामा  ने भारत का पहला झंडा  फहरायाI

मैडम भीकाजी कामा  ने भारत का पहला झंडा  फहरायाI