1563 साल बाद अति दुर्लभ संयोग 

ज्योतिष के अनुसार  ग्रहों का ऐसा संयोग 1563 साल बाद बन रहा है। इससे पहले 22 मार्च 459 को ये ग्रह स्थिति बनी थी।

माँ लक्ष्मी को कैसे प्रसन्न करें ?

नवरात्रि में माता के 9 स्वरुपों  की आराधना की जाती है। इस 9 दिनों में एक दिन ऐसा भी होता है जब मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से मां लक्ष्मी अत्यंत प्रसन्न होती हैं। इस दिन माता लक्ष्मी को खुश करने के लिए हवन किया जाता है। 

इस दिन माता को खुश करने के लिए अलग-अलग चीजें माता को अर्पित की जाती हैं। वह दिन है नवरात्र का पांचवा दिन जिसे चैत्र शुक्ल पंचमी भी कहा जाता है। यह दिन मां लक्ष्मी की पूजा के लिए अत्यंत फलदायी मानी जाती है।

माँ लक्ष्मी को क्या चढ़ाएं ?

 इस दिन पूजन में धान्य, हल्दी, अदरक, गन्ना, गुड़ आदि अर्पित करके कमल पुष्पों से लक्ष्मीसूक्त से हवन करें। यदि कमल न उपलब्ध हो तो बेल के टुकड़ों से हवन कर सकते हैं और वे भी न हों तो केवल घी का ही हवन करें।

माँ लक्ष्मी को क्या चढ़ाएं?

 मां लक्ष्मी को लाल बिंदी, सिंदूर, लाल चुनरी और लाल चूडियां भी अर्पित करें। कहते हैं कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी अपनी कृपा भक्त पर बरसाती हैं।

महालक्ष्मी के रूप

नवरात्र में विष्णु-प्रिया महालक्ष्मी के 8 रूपों की भी पूजा-अर्चना करनी चाहिए। इससे आपके घर में सुख समृद्धि बनी रहेगी और धन-धान्य में वृद्धि होती रहेगी। लक्ष्मी जी के 8 रूप माने गए हैं। महालक्ष्मी के रूपों को अष्टलक्ष्मी के नाम से भी पुकारा जाता है।

माँ लक्ष्मी को कैसे प्रसन्न करें ?

ये हैं -  वीर लक्ष्मी , विजयलक्ष्मी,धान्य लक्ष्मी, ऐश्वर्यलक्ष्मी, आदि लक्ष्मी, गजा लक्ष्मी, धन लक्ष्मी, सनातन लक्ष्मी I