नरेन्द्र मोदी कौन हैं और वे भारत के 2 बार प्रधान मंत्री क्यों बने?

नरेन्द्र मोदी ने 26 मई, 2014 को भारत के प्रधान मंत्री के रूप में शपथ ली थी। नरेंद्र मोदी का जन्म 17 अक्टूबर, 1950 को गुजरात, भारत में हुआ I मोदीजी ने एक राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में अपना नाम बनाया और बाद में 2001 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री बने। उन्हें उनके समर्थकों द्वारा “भारत के रोनाल्ड रीगन” और “गुजरात के आर्थिक आश्चर्य” के रूप में जाने जाते हैं।

पूरा नाम नरेन्द्र दामोदर दास मोदी
लोकप्रिय नाम मोदी जी , नमो
व्यवसायराजनेता
जन्म तिथि17 सितम्बर1950
जन्म स्थान वडनगर, गुजरात, भारत
राष्ट्रीयताभारतीय
जातिमोध घांची (ओबीसी)
पत्नी का नाम जशोदाबेन चिमनलाल मोदी
माता पिता का नाम माता- हीरा बेन मोदी ,पिता -दामोदर दास मूल चंद मोदी
भाई-बहनसोमा मोदी, अमृत मोदी, पंकज मोदी, प्रहलाद मोदी, वसंतबेन हसमुखलाल मोदी
शिक्षा 1967 SSC बोर्ड, गुजरात से;
राजनीति विज्ञान में बीए दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली से दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रम;
पीजी एमए – 1983 गुजरात विश्वविद्यालय, अहमदाबाद
पसंदीदा व्यक्तिस्वामी विवेकानंद
राजनैतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी
मुख्य पद गुजरात के 14 वें मुख्यमंत्री – (7 अक्टूबर 2001 – 22 मई 2014)
भारत के 15 वें प्रधानमंत्री – (26 मई 2014 से अब तक )
नेट वर्थलगभग 2.3 करोड़ रूपये

Table of Contents

नरेन्द्र मोदी – प्रारंभिक जीवन और शिक्षा | Narendra Modi -Early Life and Education

नरेंद्र मोदी

नरेंद्र मोदी एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारत के वर्तमान प्रधान मंत्री हैं। उनका जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वाडनगर में गुजराती बनिये के हिंदू परिवार में हुआ था। उनके पिता दामोदरदास मूलचंद मोदी और माता हीराबेन मोदी से पैदा हुए छह में से तीसरे बच्चे थे।मोदी का परिवार भारतीय जाति व्यवस्था में एक अन्य पिछड़ा वर्ग (तेली) से ताल्लुक रखता था। आलोचकों का कहना है कि उन्होंने अपनी जाति को अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) सूची में केवल एक राजनीतिक कारणों से जोड़ा है ।

एक बच्चे के रूप में, मोदी ने कथित तौर पर वडनगर रेलवे स्टेशन पर अपने पिता को चाय बेचने में मदद किया करते थे। बाद में उन्होंने शहर के बस टर्मिनस के पास अपने बड़े भाई के साथ एक चाय की दुकान चलाई।

मोदी ने अपनी उच्च माध्यमिक शिक्षा 1967 में वाडनगर में पूरी की, जहां उन्हें एक औसत छात्र के रूप में वर्णित किया गया। उन्हें रंगमंच और वाद-विवाद का शौक था – उन्हें “शिक्षक का प्रिय” नाम दिया गया। एक बच्चे के रूप में, मोदी ने वाद-विवाद और स्कूल थिएटर, कौशल में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जो बाद में उनके राजनीतिक करियर में बहुत काम आया।

जब मोदी आठ साल के थे, तब उनका परिचय RSS से हुआ और वे उनकी स्थानीय शाखाओं में जाने लगे। नरेंद्र मोदी सात साल की उम्र में RSS में शामिल हो गए और उनके लिए पूर्णकालिक स्वयंसेवक बन गए। उनकी मुलाकात लक्ष्मणराव इनामदार (वकील साहब) से हुई, जिन्हें वे अपना राजनीतिक गुरु मानते थे।

जब मोदी आरएसएस के साथ प्रशिक्षण ले रहे थे, तब उन्होंने वसंत गजेंद्रगडकर और नथालाल जाघड़ा, भारतीय जनसंघ के नेताओं से भी मुलाकात की, जो 1980 में भाजपा की गुजरात इकाई के संस्थापक सदस्य थे।

नरेन्द्र मोदी -विवाह | Narendra Modi-Marriage

जशोदाबेन मोदी और नरेन्द्र मोदी

उनकी जाति की एक परंपरा के अनुसार, नरेंद्र मोदी के परिवार ने उनकी 17 साल की उम्र में जशोदाबेन चिमनलाल मोदी से शादी करवा दी। उस समय मोदी जी उम्र मात्र 18 साल थी । शादी के बाद नरेंद्र मोदी अपनी दुल्हन को छोड़कर घर से निकल गए। और यह जोड़ा अंततः अलग जीवन जीने लगा। दोनों ने फिर कभी शादी नहीं की।

अप्रैल 2014 में, राष्ट्रीय चुनावों से कुछ हफ्ते पहले, प्रधान मंत्री मोदी ने सार्वजनिक रूप से पुष्टि की कि वह शादीशुदा थे और उनकी पत्नी का नाम जशोदाबेन था। वे शादीशुदा हैं लेकिन आज तक उनसे अलग रहते हैं।

मोदी और देश भ्रमण | Modi and Country Tour

मोदी ने स्वामी विवेकानंद द्वारा स्थापित आश्रमों का दौरा किया, जिसमें कोलकाता के पास बेलूर मठ और राजकोट में रामकृष्ण मिशन शामिल हैं। मोदी की कोई औपचारिक कॉलेज शिक्षा नहीं थी, और इसलिए उन्होंने प्रत्येक स्थान पर सीखने में बहुत कम समय बिताया। मोदी के जीवन में विवेकानन्द जी बहुत प्रभाव पड़ा।

1968 में , मोदी बेलूर मठ पहुंचे लेकिन उन्हें आश्रम में नहीं लिया गया I जिसके बाद मोदी कलकत्ता, पश्चिम बंगाल और असम से घूमते हुए सिलीगुड़ी और गुवाहाटी में रुके। 1970 के आसपास मोदी जी अहमदाबाद वापस आ गये जहाँ वे अपने चाचा के साथ रहने लगेI और अपने चाचा की गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम की कैंटीन में काम करने लगे I

नरेन्द्र मोदी और RSS| Narendra Modi and RSS

अहमदाबाद में मोदी ने फिर इनामदार से मुलाकात की, जो शहर में हेडगेवार भवन (RSS मुख्यालय) में कार्य कर रहे थेI मोदी की पहली बड़ी राजनीतिक गतिविधि 1971 में सामने आयी जब वे अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में दिल्ली में एक जनसंघ सत्याग्रह में शामिल हुए थे। परन्तु इंदिरा सरकार ने उन सबको तिहाड़ जेल में डाल दिया I 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद मोदी ने कैंटीन छोड़ दिया और RSS प्रचारक के रूप में काम करने लगेI कई साल बाद मोदी 2001 में प्रकाशित इनामदार की जीवनी के सह-लेखक भी बनेI

मोदी जी ने 1978 में दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में B.A. भी किया I

मोदी का प्रारंभिक राजनीतिक कैरियर | Modi’s Early Political Career

नरेन्द्र मोदी अटल बिहारी के साथ
नरेन्द्र मोदी अटल बिहारी के साथ(Source- Wikipedia)

1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने Emergency का एलन कर दिया जिसमे मुख्य राजनेताओं को या तो जेल में डाल दिया या नज़रबंद कर दिया गया I Emergency 1975 से 1977 चली I RSS ने मोदी के Gujarat Lok Sangharsh Samiti का general secretary नियुक्त किया गया I परन्तु RSS को प्रतिबंधित कर दिया गया जिससे नरेन्द्र मोदी को गिरफ्तारी से बचने के लिये इधर उधर भटकना पड़ा I अपने इसी संघर्ष को उन्होंने अपनी किताब “Sangharsh Ma Gujarat (In The Struggles of Gujarat)” में भी बताया है I

मोदी 1978 में आरएसएस के संभाग प्रचारक (क्षेत्रीय आयोजक) बने, सूरत और वडोदरा के क्षेत्रों में आरएसएस की गतिविधियों की देखरेख का काम किया I 1979 में उन्हें दिल्ली बुलाया गया जहाँ उन्होंने कुछ दिनों तक एक लेखक के रूप में कार्य किया I

1985 में उन्हें बीजेपी में भेज दिया गया I 1987 में मोदी ने अहमदाबाद नगरपालिका चुनाव में BJP की जीत दिलवायी Iअब BJP में मोदी का कद बढ़ने लगा था I 1986 में जब लाल कृष्ण आडवाणी BJP के अध्यक्ष बने तो उन्होंने मोदी को 1987 में गुजरात इकाई का आयोजन सचिव बनायाI

1990 में मोदी को भाजपा की राष्ट्रीय चुनाव समिति के सदस्य भी बनाया गया I 1990 में मोदी ने आडवाणी की रथयात्रा के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई I उन्होंने मुरली मनोहर जोशी की 1991-92 की एकता यात्रा में भी अपना आयोजन कौसल दिखाया I

1992 से 1994 तक उन्होंने राजनीति से ब्रेक लिया और सामाजिक कार्यों की तरफ रुख किया I 1995 में पुनः सक्रिय हुए I 1995 के राज्य विधानसभा चुनावों में BJP के मुख्य सूत्रधार के रूप में सामने आये I नवंबर 1995 में उन्हें बीजेपी का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया और उन्हें हरियाणा और हिमांचल प्रदेश में पार्टी की स्थिति मजबूत करने के लिये दिल्ली बुला लिया गया I

1998 के चुनावों में भाजपा को बहुमत हासिल कराने का श्रेय मोदी को दिया गया और उसी वर्ष मई में भाजपा महासचिव (संगठन) के रूप में मोदी को पदोन्नत प्राप्त हुआ।

मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री | Modi -Chief Minister of Gujarat

2001 के उपचुनावों में बीजेपी कई राज्य विधानसभा सीटें हार गयी जिसका आरोप केशुभाई पटेल के ख़राब प्रशासन और भ्रष्टाचार पर आया Iसाथ ही साथ भुज में 2001 में आये भूकंप में सरकार का ख़राब प्रबंधन सामने आया I नरेंद्र मोदी ने भी केशुभाई के प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाये I मोदी उप मुख्यमंत्री बनने के लिये भी तैयार नहीं थे I फलस्वरूप बीजेपी केंद्र प्रशासन ने आडवाणी के संदेह के बावजूद नरेन्द्र मोदी को 3 अक्टूबर 2001 को आगामी 2002 चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री घोषित कर दिया I

नरेन्द्र मोदी ने 7 अक्टूबर 2001 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली I मोदी ने 24 फ़रवरी 2002 को राजकोट उपचुनाव में कांग्रेस के अश्विन मेहता को 14 हज़ार से ज्यादा मतों से हराकर राज्य विधानमंडल में प्रवेश किया I

मोदी और 2002 गुजरात दंगे |2002 Gujarat riots and Modi

27 फ़रवरी 2002 को एक सुनियोजित हमले में गोधरा के पास एक ट्रेन में आग लगा दिया गया I ट्रेन में बसी संख्या में हिन्दू तीर्थ यात्री थे जो अयोध्या से लौट रहे थे I इस घटना में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयीI 28 फ़रवरी को विश्व हिन्दू परिषद् ने भारत बंद का एलान कर दिया इस तरह गुजरात में दंगे भड़क गयेI इससे गुजरात सरकार की कड़ी आलोचना हुई I बहुत से लोगों का ये मानना था की इसमें सरकार का ही हाथ था I

गोधरा काण्ड में नरेन्द्र मोदी की व्यकितगत रूचि पर आज भी बहस जारी है I सुप्रीम कोर्ट ने 2002 के दंगों से सम्बंधित केस में मोदी को सबूत के आभाव में निर्दोष घोषित कर दिया I दिसंबर 2013 में मजिस्ट्रेट की अदालत ने एसआईटी के इस निष्कर्ष को स्वीकार करते हुए विरोध याचिका (जो जकिया जाफरीने दायर की थी ) को खारिज कर दिया कि मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई सबूत नहीं था।

मोदी और 2002 निर्वाचन | Modi and 2002 Election

विपक्षी दलों ने गोधरा कांड पर मोदी से इस्तीफे की माँग की और संसद भी ठप कर दीI जिसके फलस्वरूप अप्रैल 2002 में नरेन्द्र मोदी ने गोवा में आयोजित बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक में अपना इस्तीफा सौप दिया I लेकिन कार्यकारिणी ने इसे अस्वीकार कर दिया I 19 जुलाई 2002 को उनके मंत्रिमंडल की एक आपात बैठक हुई, जिसके बाद मोदी गुजरात के राज्यपाल एस.एस. भंडारी को अपना इस्तीफा सौप दिया , और राज्य विधानसभा भंग कर दी गई। दिसम्बर 2002 में पुनः चुनाव हुए और भाजपा 127/182 सीटें जीतने में सफल रही I मोदी ने यतिन ओझा को मणिनगर से 75 हज़ार से ज्यादा वोटों से हराया I

मोदी का मुख्यमंत्री के रूप में द्वितीय कार्यकाल | Modi’s second term as Chief Minister

मोदी अपने दूसरे कार्यकाल में गुजरात के आर्थिक विकास की बात करना शुरू कर चुके थे I अब VHP और भारतीय किसान संघ का भी परब कम होने लगा था I मोदी ने गोरधन ज़दाफिया, जो उनके पूर्व साथी और प्रवीण तोगड़िया के सहयोगी थे , को अपने मत्रिमंडल से हटा दिया I जिससे उनके RSS और संघ से रिश्ते ख़राब होने लगे I अटल बिहारी वाजपेयी ने 2002 की गुजरात हिंसा के बाद मोदी से सहिष्णुता के लिए कहा और मुख्यमंत्री के रूप में उनके इस्तीफे का समर्थन किया था I 2004 की चुनावी हार के बाद अटल बिहारी बाजपेयी ने भी गुजरात हिंसा को हार का कारण बताया I

2007 के गुजरात चुनाव और 2009 केंद्र चुनाव के समय बीजेपी ने आतंकवाद को अपना मुख्य मुद्दा बनाया I 2007 में गुजरात विधान सभा चुनाव में फिर जीत (122/182) दर्ज की I

नरेन्द्र मोदी और 2012 गुजरात विधान सभा चुनाव | Narendra Modi and 2012 Gujarat Legislative Assembly election

2007 और 2012 के चुनावों में भी हिंदुत्व एक मुख्य मुद्दा रहा I अपने 2012 चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने 2 बार मुस्लिम नेताओं से उपहार में कपड़े लेने से भी मना कर दिया था I २०१२ चुनाव में बीजेपी ने किसी भी मुस्लिम नेता को नामांकित भी नही किया था I 2012 चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने आधुनिक तकनीकी का भरपूर प्रयोग भी किया I जिससे बीजेपी की पहुच में व्यापक विस्तार हुआ और मोदी ने मणिनगर से कांग्रेस प्रयासी श्वेता भट्ट को 86 हज़ार से ज्यादा वोटों से हराया I

बीजेपी ने गुजरात में 115/182 सीट हासिल करके फिर से सरकार का गठन किया I 21 मई 2014 को मोदी ने प्रधान मंत्री बनने के बाद गुजरात मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया I उनके बाद आनंदीबेन पटेल ने गुजरात मुख्यमंत्री का पद ग्रहण किया I

प्रीमियरशिप अभियान | Premiership Campaigns

एक नए युग का आरम्भ हो चुका था I भारत ही नहीं बल्कि समूचा विश्व एक नए नरेन्द्र मोदी को अनुभव करने जा रहा था I

2014-मोदी पहली बार पद प्रधानमंत्री की शपथ लेते हुए(Source- Wikipedia)

नरेन्द्र मोदी और 2014 लोक सभा चुनाव | Modi and 2014 Indian General Election

2013 में बीजेपी ने २०१४ लोक सभा चुनाव के लिये नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीवार के रूप में पेश किया I कई बीजेपी नेताओं ने इसका विरोध भी किया जिसमे लाल कृष्ण आडवाणी भी थे I चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने कांग्रेस सरकार को भ्रष्टाचार और घोटालों की सरकार बताया I विदेशों से भारत काला धन लाने की बात कही , प्रत्येक परिवार को 15 लाख की बात भी लोगों को समझायी I इस चुनाव में मोदी ने गुजरात मॉडल को सामने रख्खा I जिसे जनता ने काफी पसंद किया I पहली बार बीजेपी ने सिर्फ एक व्यक्ति पर पूरा चुनाव लड़ा I

मीडिया ने भी बीजेपी को भरी समर्थन दिखाया इस की लागत लगभग 50 बिलियन रुपये थी I बीजेपी ने कुल 31 % वोट हासिल किये और 1984 के बाद अपने दम पर सरकार बनाने वाली पहली पार्टी बन गयी अब उनके पास 282 सीट हो गयी थी I उन्होंने वाराणसी और बड़ोदरा दोनों जगह से चुनाव जीता I बाद में मोदी ने बड़ोदरा सीट छोड़ दी I

मोदी और 2019 लोक सभा चुनाव | Modi And 2019 Indian General Election

2019 मोदी प्रधानमंत्री की शपथ लेते हुए(Source-Wikipedia)

बीजेपी ने 2019 लोक सभा चुनाव के लिये 13 अक्टूबर 2018 मोदी को फिर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया I इस बार पार्टी के मुख्य प्रचारक अमित शाह ( बीजेपी अध्यक्ष ) थे I मोदी ने प्रचार जिसके “मै भी चौकीदार” नारे से शुरू किया I जिस पर कांग्रेस ने “चौकीदार चोर है” का नारा दिया I इस बार बीजेपी का मुख्य मुद्दा रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा था I मोदी ने पुलवामा हमले के बाद, और बालाकोट हवाई हमले के जवाबी हमले को मोदी प्रशासन की एक उपलब्धि के रूप में गिनाया I

लोकसभा चुनाव में उन्होंने वाराणसी से सपा प्रत्याशी शालिनी यादव को हराया I इस बार बीजेपी को अकेले 303 सीट मिली थी और उनके गठबंधन ने 353 सीट जीती थी I एक बार फिर नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधान मंत्री बने I

भारत के प्रधानमंत्री के रूप में मोदी | Modi As Prime Minister of India

2014 में भारतीय जनता पार्टी ने लोक सभा चुनाव में भरी बहुमत से जीत हासिल किया जिसमे नरेन्द्र मोदी का योगदान अविस्मरणीय था I 26 मई 2014 को मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की I मोदी आजाद भारत में जन्मे पहले प्रधानमंत्री हैं I 2019 में बीजेपी के फिर जीत दर्ज करने के बाद मोदी ने अपना लगातार दूसरा कार्यकाल शुरू किया I

1-शासन और अन्य पहल | Governance and other initiatives

2014 से ही मोदी का मुख्य जोर सत्ता के केंदीय करण का था इसके कारण प्रशासनिक अधिकारियों के अपने पदों से इस्तीफा देने की संख्या में काफी वृद्धि भी हुई I बीजेपी सरकार ने जजों की नियुक्ति पर अपने नियंत्रण को बढ़ाने के लिये एक विधेयक भी पारित किया I

दिसम्बर 2014 में योजना आयोग को समाप्त करके उसकी जगह पर नीति आयोग बनाया I योजना आयोग 1990 के बाद से सामाजिक न्याय सम्बंथित उपायों को लागू करने वाला एक महत्वपूर्ण संगठन था I

2014 से 2017 के बीच 1200 कानूनों को निरस्त्र किया गया I मोदी ने 3 अक्टूबर 2014 से मन की बात नामक रेडिओ प्रोग्राम भी शुरू किया I डिजिटल इंडिया कार्यक्रम शुरू किया गया जिसका उद्देश्य सरकारी सेवाओं को डिजटल बनाना और गावों को हाई स्पीड इन्टरनेट सेवा से जोड़ना था I

उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों को LPG कनेक्शन मुफ्त में बांटे गये जिससे LPG की खपत 2019 तक 56% बढ़ गयी I 2019 में आर्थिक गरीबों को 10% आरक्षण देने के लिये कानून बनाया गया I

30 मई 2019 दुबारा PM बनने के बाद 30 जुलाई 2019 को संसद ने तीन तलक को अवैध धोषित कर दंडनीय अधिनियम बना दिया गया जिसे 19 सितम्बर 2019 से लागू कर दिया गयाI

5 सितम्बर 2019 को धारा 370 हटाने के लिये सरकार ने राज्यसभा में प्रस्ताव पेश किया गया I 2021 में Repoters Without Borders ने नरेन्द्र मोदी  प्रेस की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने के लिए मोदी को एक शिकारी के रूप में बताया है।

2- मोदी सरकार की आर्थिक नीति | Economic policy

BRICS सम्मलेन 2019

बीजेपी सरकार की नीतियां निजीकरण और उदारीकरण पर केंद्रित थी उन्होंने FDI निवेश को और आसान बनाया I अब डिफेन्स और रेलवे में भी FDI संभव था I श्रमिकों के लिए यूनियन बनाना और नियोक्ताओं के लिए उन्हें काम पर रखना और नौकरी से निकालना आसान बनाया गया I परन्तु 2015 सबसे बड़ी यूनियनों में से ग्यारह हड़ताल पर चली गईं फलस्वरूप कुछ प्रस्तावों को हटा दिया गया I

सरकार ने कॉर्पोरेट करों को भी कम किया, संपत्ति कर को समाप्त कर दिया , बिक्री करों में वृद्धि की, और सोने और आभूषणों पर सीमा शुल्क कम किया। अक्टूबर 2014 में, बीजेपी सरकार ने डीजल की कीमतों को नियंत्रण मुक्त कर दिया गया।

वस्तु एवं सेवा कर (GST)

2014 में भारत में उत्पादों के निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिये Make In India की शुरुआत की गयी I मोदी सरकार ने देश का सबसे बड़ा कर सुधार वस्तु एवं सेवा कर (GST) लागू किया गया जिसमे 17 कर को मिलाया गयाI यह 1 july 2017 को लागू कर दिया गया I

नोटबंदी | Demonitisation

9 नवंबर 2016 को नोटबंदी लागू की गयी जिसमे 500 और 1000 के नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया I नोटबंदी के उद्देश्य भ्रष्टाचार, काले धन, नकली मुद्रा के उपयोग और आतंकवाद को रोकना था I इस कदम से नगदी की भारी समस्या पैदा हो गयी और शेयर मार्किट में भी भरी गिरावट देखी गयी I बाद में IT Return करने वालो की संख्या में 25% की बढ़त हुई I

3- मोदी सरकार -स्वास्थ्य और स्वच्छता |Health and sanitation

2018 में मोदी सरकार ने Ayushman Bharat योजना शुरू की जिसका लक्ष्य 500 मिलियन लोगों का बीमा करना है I मोदी सरकार ने Swachh Bharat Mission (“Clean India”) की शुरुवात की जिसका उद्देश्य खुले में शौंच और मैला धोने की प्रथा को 5 साल के भीतर ख़त्म करना था I प्रशासन का लक्ष्य 60 मिलियन शौचालय बनाने का है I WHO ने बताया कि योजना शुरू के होने कारण डायरिया से 180000 मौतों को रोका गया है I

4- मोदी सरकार की विदेश नीति | Defence policy

नरेन्द्र मोदी ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के सभी प्रधानमंत्रियों को बुलाया I बीजेपी ने विदेश नीति को अपने चुनावी घोषणापत्र पत्र में विशेष स्थान नही दिया था I मोदी की विदेश नीति, कांग्रेस सरकार की तरह, आर्थिक संबंधों, सुरक्षा और क्षेत्रीय संबंधों में सुधार पर केंद्रित थी। बीजेपी ने इस्लामिक देशों के साथ सम्बन्ध सुधारने पर विशेष ध्यान दिया I मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में पहली विदेश यात्रा नेपाल की की I मोदी सरकार ने बराक ओबामा और डोनाल्ड ट्रम्प दोनों के समय में अमेरिका के साथ अच्छे सम्बन्ध बनाये रखे I

5- मोदी सरकार की रक्षा नीति | Foreign policy

बीजेपी सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर पाकिस्तान और बांग्लादेश के हिंदू, सिख और बौद्ध अवैध प्रवासियों को भारत में अपने निवास को वैध बनाने की अनुमति दी। मादी सरकार ने नागा विद्रोह को ख़त्म करने के लिये NSCM से 2015 में शांति के लिये बात चीत की I

29 सितम्बर 2016 को आजाद कश्मीर में आतंकवादियों के लांच पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक करके 50 आतंकवादियों को मार गिराया I 2019 फ़रवरी में पाकिस्तान के एक आतंकवादी शिविर पर हवाई हमले भी किये गये I

2019 की जीत के बाद भारत ने चीन और पाकिस्तान के खिलाफ़ अपना ध्यान और केन्द्रित किया I 5 मई 2020 को, चीनी और भारतीय सैनिकों की Pangong झील के पास हाथापाई भी हुई I दोनों तरफ से बातचीत का सिलसिला आज भी जारी है I

मोदी का चुनावी इतिहास

नरेन्द्र मोदी का चुनावी इतिहास (Source-Wikipedia)

नरेन्द्र मोदी की पुस्तकें | Narendra Modi Books

मोदी जी द्वारा लिखी गयी किताबें

  1. ज्योतिपुंज
  2. प्रेमतीर्थ
  3. साक्षीभाव
  4. सामाजिक समरसता
  5. केल्वे ते केलावणी
  6. एबोड ऑफ़ लव

नरेन्द्र मोदी के बारे में लिखी किताबें

किताब का नामलेखक का नाम
द मैन ऑफ़ द मोमेंट : नरेंद्र मोदीM V कामथ एवं कालिंदी रंदेरी
द नमो स्टोरी : अ पॉलिटिकल लाइफकिंगशुक नाग
मोदी : मेकिंग ऑफ़ अ प्राइम मिनिस्टर : लीडरशिप, शासन एवं प्रदर्शनविवियन फ़र्नांडिस
सेंटरस्टेज : इनसाइड द नरेंद्र मोदी मॉडल ऑफ़ गवर्नेंसउदय महुरकर
नरेंद्र मोदी : द गेमचेंजरसुदेश वर्मा
नरेंद्र मोदी – अ पॉलिटिकल बायोग्राफीएंडी मरीनो

नरेंद्र मोदी की उद्धरण, अनमोल विचार | Narendra Modi Quotes in Hindi

नरेन्द्र मोदी का साहित्य से बड़ा लगाव रहा है उनके कुछ प्रेरक विचार हैं-

“डरते तो वह है जो अपनी छवि के लिए मरते हैं। और मैं तो हिंदुस्तान की छवि के लिए मरता हूं। इसीलिए किसी से भी नहीं डरता हूं।”

नरेन्द्र मोदी

एक बार जब हम यह तय कर लेते हैं कि हमें कुछ करना है, तो हम मीलों आगे जा सकते हैं I

नरेन्द्र मोदी

“बुरे में अच्छा ढूंढो तो कोई बात बने, अच्छे में बुराई ढूंढना तो दुनिया का रिवाज है।”

नरेन्द्र मोदी

भारत एक युवा देश है, इतने बड़े प्रतिशत वाले देश में न केवल भारत को बल्कि पूरे विश्व के भाग्य को बदलने की क्षमता हैI

नरेन्द्र मोदी

हम परीक्षा को जीवन-मरण का सवाल बना लेते हैं, जबकि परीक्षा केवल आपके साल भर की पढाई की है। ये आपके जीवन की कसौटी नहीं है।

नरेन्द्र मोदी

हर नागरिक को यह महसूस होना चाहिए कि यह देश मेरा है, मुझे देश के लिए काम करना है और देश की विकास यात्रा में मुझे भी योगदान देना है।

नरेन्द्र मोदी

Marks और मार्कशीट का एक सीमित उपयोग है। जीवन में आपके Knowledge काम आने वाला है, Skill काम आने वाली है, आत्मविश्वास काम आने वाला है, संकल्पशक्ति काम आने वाली है।

नरेन्द्र मोदी

आपने देखा होगा कि बैंक अधिकारियों और दूसरों को, जो काले धन की बड़ी राशि जमा कर रहे थे वो पकडे जा रहे हैं। वो समझ रहे थे कि वो पीछे के दरवाजे से भाग जाएँगे पर उन्हें ये नहीं पता था कि मोदी ने पीछे के दरवाजे पर भी कैमरा लगा रखा है।

नरेन्द्र मोदी

हास्य हमारे जीवन में खुशियाँ लाता है। हास्य सबसे उत्तम दवा है। मुस्कान या हँसी की शक्ति अपशब्द या किसी अन्य हथियार की शक्ति से अधिक है।

नरेन्द्र मोदी

सभी को सपने देखने का अधिकार है पर हमें अपने सपनों को संकल्प का रूप देना होगा। अपने ‘आईडिया’ को बेकार न जाने दें।

नरेन्द्र मोदी

नरेंद्र मोदी भारत के सबसे सफल और लोकप्रिय प्रधानमंत्रियों में से एक हैं। उनका अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ विशेष संबंध है, जो महत्वपूर्ण होगा क्योंकि वे अपने देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करते हैं। जैसा कि उन्होंने 2019 में अपना कार्यकाल जारी रखा है, हम उम्मीद करते हैं कि मोदी का वैश्विक प्रभाव और भी अधिक बढ़ेगा और आने वाले वर्षों तक विश्व राजनीति पर इसका प्रभाव बना रहेगा। आप नरेंद्र मोदी के बारे में क्या सोचते हैं? हम आपकी प्रतिक्रिया चाहते हैं! कृपया नीचे comment करें I

नरेंद्र मोदी के जीवन के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उत्तर|

Frequently Asked Questions & Answers About Narendra Modi’s Life

1. नरेंद्र मोदी की उम्र कितनी है

उत्तर . नरेन्द्र मोदी का जन्म 17 सितम्बर 1950 को हुआ था , इस समय उनकी उम्र 71 वर्ष है I

2. नरेंद्र मोदी के कितने बच्चे है ?

उत्तर- नरेन्द्र मोदी के एक भी बच्चे नहीं हैं I

3. नरेंद्र मोदी किस सी जाति के हैं

उत्तर- नरेन्द्र मोदी मोध घांची (ओबीसी) जाति के हैं I

4- नरेंद्र मोदी की डिग्री कौन सी है ?

उत्तर- नरेन्द्र मोदी ने 1967 SSC बोर्ड, गुजरात से; राजनीति विज्ञान में बीए दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली से दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रम; पीजी एमए – 1983 गुजरात विश्वविद्यालय, अहमदाबाद से किया है I यह जानकारी उन्होंने चुनाव आयोग को दी थी I

5- मोदी का धर्म कौन सा है

उत्तर- नरेन्द्र मोदी हिन्दू धर्म के हैं I

6-नरेन्द्र मोदी कहाँ से हैं?

उत्तर- नरेन्द्र मोदी भारत के गुजरात प्रदेश के वडनगर से हैं I

7-नरेन्द्र मोदी के माता -पिता का क्या नाम है ?

उत्तर- नरेन्द्र मोदी की माता- हीरा बेन मोदी और पिता -दामोदर दास मूल चंद मोदी हैं I

8-नरेन्द्र मोदी के भाई-बहन कौन हैं?

उत्तर- नरेन्द्र मोदी के भाई-बहन के नाम सोमा मोदी, अमृत मोदी, पंकज मोदी, प्रहलाद मोदी, वसंतबेन हसमुखलाल मोदी हैं I वे अपने माता-पिता की तीसरी संतान हैं I

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