600-700 Words Essay speech on Friendship

मित्रता पर 600 शब्दों में निबंध, भाषण । 600 Words Essay Speech on Friendship in Hindi

मित्रता पर 600 शब्दों में निबंध, भाषण । 600 Words Essay speech on Friendship in Hindi

मित्रता से जुड़े छोटे निबंध जैसे मित्रता पर  600 शब्दों में  निबंध,भाषण  स्कूल में कक्षा 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, और 12 में  पूछे जाते है। इसलिए आज हम  600 Words Essay speech on Friendship in Hindi के बारे में बात करेंगे ।

600 Words Essay Speech on Friendship in Hindi for Class 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 & 12

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। वह समाज में अनेक संबंध स्थापित करके जीता है; जैसे कि – माता-पिता, चाचा-चाची, भाई-बहन आदि। इन सारे संबंधियों से वह सभी प्रकार की बातें नहीं कर सकता, क्योंकि इन संबंधों की अपनी-अपनी सामाजिक मर्यादा निर्धारित है। ऐसी स्थिति में उसे एक ऐसे संबंध की आवश्यकता होती है, जिसके सामने वह अपने आपको निःसंकोच स्पष्ट कर सके, खुले दिल से बात कह सके और अपने सुख-दुख की चर्चा कर सके। ऐसा संबंध ही ‘मित्रता’ कहलाता है। कहा जाता है कि जो बात मां अथवा पत्नी नहीं जानती, वह मित्र जानता है।

मित्रता ईश्वरीय देन है, जो दो समान विचारधारा वाले व्यक्तियों के बीच स्वतः स्थापित हो जाती है। जाति-धर्म, रूप-रंग एवं धन-संपदा मित्रता के मार्ग में कभी बाधक नहीं होते। अगर ऐसा होता, तो कृष्ण और सुदामा में मित्रता नहीं होती। मित्रता स्थापित होने के लिए दोनों के बीच खोटा स्वार्थ भी नहीं होना चाहिए। मित्रता तो दो हृदयों का निष्काम गठबंधन है।

एक इजरायली ने कहा है,

“मित्रता देवी है और मनुष्य के लिए बहुमूल्य वरदान।”

इजरायली लेखक

प्रसिद्ध दार्शनिक सिसरो ने लिखा है,

“इस संसार में मनुष्य के लिए मात्र मित्रता से अधिक कुछ नहीं है।”

सिसरो

मित्रता की पहचान आपातकाल में होती है। जो मित्र दुख में तन, मन और धन से साथ दे, वही सच्चा मित्र है।

गोस्वामी तुलसीदास लिखते हैं-

धीरज धर्म मित्र अरु नारी। आपत्काल परखिये चारी ॥

एक सच्चा मित्र दूध में मिले पानी की तरह होता है, जो दूध के जलने से पहले खुद ही जलने लगता है। अंग्रेजी में एक प्रसिद्ध कहावत है

A friend in need, is a friend indeed.

अंग्रेजी कहावत

अर्थात जो मनुष्य आवश्यकता में खरा उतरे, वही सच्चा मित्र है I

भारतीय इतिहास तो आदर्श मित्रों के उदाहरणों से भरा पड़ा है कृष्ण-सुदामा, कृष्ण-अर्जुन कर्ण-दुर्योधन राम-सुग्रीव और राम-विभीषण की मित्रता इतिहास में प्रसिद्ध है। बालसखा सुदामा की दरिद्रता देखकर तीनों श्रीकृष्ण अपने आंसुओं से उनका पद-प्रक्षालन करते हैं और उन्हें अतुल सम्पदा प्रदान करते हैं। श्रीकृष्ण अपनी गरिमा भूल मित्र अर्जुन का सारथी बनकर संचालन करते हैं। कर्ण की मित्रता का क्या कहना, जो मित्र दुर्योधन के लिए अपने भाइयों को भी मारने के लिए तैयार हो जाता है। सुग्रीव को कष्ट में देखकर भगवान श्रीराम उद्घोषणा करते हैं-

जेन मित्र दुःख होहि दुखारी। तिनहिं विलोकत पातक भारी॥

श्रीराम

प्रभु श्रीराम बाली को मारकर मित्र सुग्रीव को उसका खोया राज दिलाते हैं। और विभीषण की रक्षा में अपनी जान की बाजी लगा देते हैं

तुरत विभीषण पाछे मेला। सन्मुख राम सहेउ सो सेला ॥

मित्रता जितनी बहुमूल्य है, उसे बनाए रखना भी उतना ही कठिन है। मित्रता को स्थिर और सुदृढ़ रखने के लिए सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है उदारता और सहिष्णुता की प्रत्येक व्यक्ति में कुछ न कुछ कमी रहती है। पूर्ण निर्दोष और गुण संपन्न व्यक्ति कोई भी नहीं होता, अतः मित्र के अवगुणों पर ध्यान नहीं देना चाहिए, अन्यथा दोष दर्शन और एक-दूसरे पर छींटाकसी से मित्रता में दरार पैदा होने का भय बना रहता है। ‘चाणक्य नीति’ के अनुसार मित्र से तर्क आदि करना, उधार लेना-देना और उसकी स्त्री से अकेले में बातचीत करना- ये तीनों बातें मित्रता में बिगाड़ पैदा कर देती हैं।

आज भौतिकतावादी युग है। इस युग में सच्चा मित्र मिलना कठिन है। अधिकांशतः मित्र अपना उल्लू सीधा करने के लिए मित्रता का स्वांग रचते हैं और अपना काम बन जाने के बाद अंगूठा दिखाकर चले जाते हैं। ऐसे मित्र सामने तो प्रिय बोलते हैं, लेकिन पीठ पीछे विष वमन करते । अतः शास्त्रों का मत कि जो मित्र सिर्फ मुख में अमृत वाला और संपूर्ण भाग विष से भरे घट वाला होता है, वह पूर्णतः त्यास्थ है। गोस्वामी तुलसीदास इसी भाव से लिखते हैंI

आगे कह मृदु वचन बनाई, पीछे अनहित मन कुटिलाई I
जाकर चित अहि गति सम भाई अस कुमित्र परिहरहिं भलाई II

600-700 Words Essay speech on Friendship
600-700 Words Essay speech on Friendship

मित्रता पर अनमोल वचन – Best Friendship Quotes in Hindi

एक सच्चा मित्र वहीं हैं जो आपको हर हालत में स्वीकार करता हैंI

 दोस्ती एक फुल टाइम बिज़नस हैंI

एक वफादार दोस्त दस हज़ार रिश्तेदारों के लायक हैंI

 हमारी जड़ें हमेशा उलझी रहेगी लेकिन हम हैं तो एक ही – हम सबसे अच्छे मित्र हैंI

 सबसे बड़ा उपचार, दोस्ती का प्यारI

 मित्र वह है जो तुम्हारी आवश्यकता में सहायता करे, यदि तुमकों दुःख होगा, तो वह रोएगा, यदि तुम जाओगे तो वह सो नही सकता हैंI

 मित्रविहीन होकर कोई भी जीवित रहना नही चाहेगा, यदपि उनके पास अन्य समस्त वस्तुएं हैंI

तीन वफादार दोस्त होते हैं- पुरानी पत्नी, पुराना कुत्ता औत गाठ में धनI

 आपका मित्र वह है जो आपके विषय में सब कुछ जानता है और उसी रूप में आपसे प्यार करता हैंI

 मित्रता के प्रेम के हंसी को रहने दे क्योंकि इन छोटी छोटी खुशियों में ही आपके मन के लिए एक अच्छी सुबह की शुरुआत करते हैI

 मित्रता करने का सबसे उपयुक्त समय उसकी आवश्यकता पड़ने से पूर्व बनाना होता हैंI

 यदि आपकों अपने मित्र की आलोचना नही कर पाते है तो आप सही है, अगर आप बेझिझक आलोचना कर सकते है और ऐसा करने में आपकों आनन्द की प्राप्ति होती है तो आपकों अपनी जीभ सम्भालने की जरूरत हैंI

 जीवन वो नही जो हम बनाते है बल्कि जीवन तो वह है जो हमारे दोस्त बनाते हैंI

 मित्रता में आपका व्यवहार बेहद महत्वपूर्ण है आपका व्यवहार ही आपके एवं आपके दोस्ती के रिश्ते में दरार पैदा कर सकता हैंI

 हमें अपने मित्र की सहायता की बजाय उनका विश्वास करना चाहिए, क्योंकि कई बार हमें दोस्त का भरोसा ही बहुत बड़ी मदद कर देता हैंI

 जों सभी का दोस्त होता है असल में वह किसी का भी दोस्त नही होता हैंI

 असली मित्र वह होता है जो आपके असली रूप को पहचाने और उससे से प्रेम करेI

 एक सच्चा यार जब तक आपकी राह में आड़े नही आता जब तक कि आप गलत राह पर नही जा रहे होI

  दोस्तों दो शरीर में वास करने वाली एक आत्मा का नाम हैंI

 मित्रता में ऐसा कुछ नही है जिसे सीखने के लिए आपकों स्कूल जाना पड़ेI मगर मित्रता क्या है आपने इसका अर्थ नही जाना तो समझिये आपने कुछ नही सीखा हैंI

  जानवर से मत डरिये मगर एक धोखेबाज दोस्त से अवश्य सावधान रहिये, जानवर तो शारीरिक घाव देता है जो आसानी से भर जाते है मगर एक धोखेबाज दोस्त मन मस्तिष्क और आत्मा में घाव कर देता है जो जीवन भर नही भरते हैंI

 एक सच्चा दोस्त वह होता हैं जो तब भी हमारे साथ चलता जब पूरी दुनिया हमसे मुंह मोड़ लेती हैंI

अगर जिंदगी में कभी डरना नहीं चाहते हो तो एक अच्छा मित्र जरूर बनाओI

 एक ऐसा दोस्त बनाये जो आपको खुद से ऊपर उठने के लिए मजबूर करेंI

 एक सच्चा मित्र तब तक आपके आड़े नहीं आता जब तक आप नीचे नहीं जातेI

 सब कुछ संभव हैं – अगर आपके पास सहयोग करने के लिए सही लोग होI

 तीन चीजें उम्र के साथ और अधिक कीमती हो जाती हैं – जलाने के लिए पुरानी लकड़ी, पढने के लिए पुरानी किताबें और आनंद लेने के लिए पुराने दोस्तI

 दोस्त केवल वहीँ हो सकता हैं जो आपको अच्छे से जानता हैं और आपसे प्यार करता हैंI

 दोस्ती से मिलने वाला प्यार खुशहाल जीवन का मूल पहलु हैंI

 आपके दोस्त आपको हज़ार साल पुराने परिचितों की तुलना में जल्दी और बेहतर तरीके से समझ पायेंगेI

 एक अच्छा दोस्त आपके उजड़े हुए बगीचे में खिले हुए फूलों की तारीफ करता हैंI

 सच्चे दोस्त बहुत दुर्लभ होते हैंI सच्चे दोस्त आपको अँधेरी जगहों से ढूंढकर वापस रोशनी की तरफ लेकर जाते हैंI

 दोस्ती का मतलब यह नहीं हैं कि आप किसी को कितने समय से जानते हैंI

 कोई हैं जो आपको हमेशा प्यार करेगा – वह केवल आपका सच्चा मित्र हो सकता हैंI

 दोस्ती में भी उतार चढाव होते हैंI आपके मन अलग होते हैं, कभी कभी आप दोनों अलग हो जाते हैं, लेकिन फिर वापस एक साथ हो जाते हैंI यही तो दोस्ती हैंI

 जब दुनिया हमारे लिए जटिल हो जाती हैं तब दोस्तीं नाम की डोरी हमारे हाथ में होती हैंI

  जीवन में आप ऐसे इंसान से जरूर मिलेंगे जो किसी और जैसा नहीं हैंI आप उनसे घंटों बातें कर सकते हैं, अपनी बातें बता सकते हैं और कभी उबते भी नहीं हैंI वह आपका सबसे अच्छा मित्र हैंI इसको कभी जाने मत देनाI

 नए दोस्त के बारें में सबसे अच्छी बात यह हैं कि वे हमारी आत्मा में नई उर्जा लाते हैंI

 सच्ची दोस्ती सच्चा ज्ञान दे सकती हैंI

 एक सच्चा दोस्त हमेशा आपकी असफलताओ को नज़रन्दाज करता हैं और सफलताओ की तारीफ करता हैंI

 असली दोस्ती, एक कठिन कविता की तरह हैं, समझना मुश्किल भी हैं और मोती की तरह कीमती भी हैंI

 दोस्त के दुःख से कोई भी हमदर्दी रख सकता हैंI लेकिन दोस्त की सफलता के सामने सहानुभूति रखने के लिए बहुत अच्छे स्वभाव और बड़े दिल की जरुरत होती हैंI

 आपके दिल में एक चुम्बक हैं जो सच्चे दोस्तों को हमेशा आकर्षित करते रहते हैंI वे चुम्बक हैं – उदारता, दूसरों के बारे में खुद से पहले सोचनाI जब आप दूसरों के लिए जीना सीख जाओंगे तब वे तुम्हारे लिए जीना सीख जाओंगेI

 दोस्ती हमेशा एक प्यार भरी जिम्मेदारी होती हैI

 सच्ची दोस्ती कभी भी निराशा की काली घाटी से नहीं गुजरती हैंI

 मित्रों को बनाएं रखने के लिए सर्वोत्तम उपाय यह है कि कोई भी वस्तु न उधार दो न लोI

जो चाहो चटकना घटे, मैलों होय न मित, रज राजस न छुपाइये, नेह चीकने चित्तI

 वह वफादार दोस्त सुद्रढ़ प्रतिरक्षा होता है और जिसकों एक ऐसा मित्र मिल गया है उसने एक खजाना पा लिया है एक वफादार मित्र जीवन की औषधि होता हैंI

परमात्मा मेरे लिए एक ऐसा दोस्त भेज दो, जो मुझे मेरे दोष बता सकेI

मित्रता पर अनमोल वचन – Best Friendship Quotes in Hindi

FAQ:-

सच्ची दोस्ती क्या है?

600-700 Words Essay speech on Friendship

मित्रता ईश्वरीय देन है, जो दो समान विचारधारा वाले व्यक्तियों के बीच स्वतः स्थापित हो जाती है। जाति-धर्म, रूप-रंग एवं धन-संपदा मित्रता के मार्ग में कभी बाधक नहीं होते।

एक दोस्त का मतलब क्या होता है?

600-700 Words Essay speech on Friendship

मित्रता जितनी बहुमूल्य है, उसे बनाए रखना भी उतना ही कठिन है। मित्रता को स्थिर और सुदृढ़ रखने के लिए सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है उदारता और सहिष्णुता की प्रत्येक व्यक्ति में कुछ न कुछ कमी रहती है। पूर्ण निर्दोष और गुण संपन्न व्यक्ति कोई भी नहीं होता, अतः मित्र के अवगुणों पर ध्यान नहीं देना चाहिए, अन्यथा दोष दर्शन और एक-दूसरे पर छींटाकसी से मित्रता में दरार पैदा होने का भय बना रहता है। ‘चाणक्य नीति’ के अनुसार मित्र से तर्क आदि करना, उधार लेना-देना और उसकी स्त्री से अकेले में बातचीत करना- ये तीनों बातें मित्रता में बिगाड़ पैदा कर देती हैं।

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