फुटबॉल पर 600 शब्दों में निबंध, भाषण – 600 Words Essay speech on Football in Hindi
फुटबॉल से जुड़े छोटे निबंध जैसे फुटबॉल पर 600 शब्दों में निबंध,भाषण स्कूल में कक्षा 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, और 12 में पूछे जाते है। इसलिए आज हम 600 Words Essay speech on Football in Hindi के बारे में बात करेंगे ।
600 Words Essay Speech on Football in Hindi for Class 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 & 12
आज हमारे बीच अनेक खेलों का प्रचलन है; यथा-हॉकी, फुटबॉल, क्रिकेट, वॉलीबॉल, टेनिस आदि। इनमें फुटबॉल का खेल सर्वाधिक लोकप्रिय है। पूरी दुनिया में फुटबॉल की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर एक मार्क्सवादी लेखक तारिक अली ने कहा है, “यदि धर्म से भी बढ़कर जनता के लिए कोई नशीली चीज है, तो वह फुटबॉल है।”
फुटबाल खेल की शुरुआत कब और कहां से हुई, इसका निश्चित प्रमाण नहीं मिलता। कहा जाता है कि इंग्लैंड और स्कॉटलैंड फुटबॉल की जन्म स्थली रही है। हमारे यहां द्वापर युग में ही कन्हैया द्वारा कालिंदी कुंज में कंदुक खेलने की बात आई है। लेकिन आज तो हमारे देश में फुटबॉल का खेल शहरों से लेकर सुदूर देहातों तक अपना पैर जमाए हुए है।
फुटबॉल की गेंद चमड़े की बनी होती है, जिसके भीतर रबड़ के ब्लाडर में हवा भरी जाती है। फुटबॉल का खेल 100 गज लंबे और 60 गज चौड़े मैदान खेला जाता है। मैदान के बीच में एक सीधी रेखा खींची जाती है, जिसे ‘सेंटर लाइन’ कहा जाता है। इस सेंटर लाइन की एक ओर एक टीम के खिलाड़ी तथा दूसरी ओर दूसरी टीम के खिलाड़ी रहते हैं।
प्रत्येक टीम में खिलाड़ियों की संख्या 11-11 होती है। इनमें एक गोलकीपर, दो फुलबैक, तीन हाफबैक और पांच सेंटर फॉरवर्ड खिलाड़ी होते हैं। इसी में एक कप्तान भी होता है, जो टीम का नेतृत्व करता है। खेल में एक रेफरी होता है। उसी की देखरेख में फुटबॉल खेला जाता है। रेफरी का निर्णय दोनों टीमों को मानना पड़ता है। मैदान में सीमा रेखाओं पर गेंद पकड़ने के लिए दो लाइंसमैन रखे जाते हैं। इसके अलावा दोनों गोलपोस्टों के एक-एक गोल जज रहते हैं, जो गोल हो जाने के संबंध में रेफरी को सूचित करते हैं।
यह खेल प्राय: 90 मिनट का होता है। खेल के मध्यकाल में 10 मिनट के लिए विश्राम का समय दिया जाता है। विश्राम के बाद दोनों टीमें मैदान के छोर को परस्पर बदलकर फिर से खेलने लगती हैं। साधारणतया हमारे देश में यह खेल जून से दिसंबर माह के बीच संध्या के समय ही खेला जाता है। इस के अपने नियम हैं।
गोलकीपर के अलावा कोई दूसरा खिलाड़ी गेंद को हाथ नहीं छू सकता। गेंद छू देने पर फाउल दिया जाता है। इसके अलावा फुट खेल के कई अन्य नियम भी हैं, जिनका पालन सभी खिलाड़ियों को करना पड़ता है। खेल के दौरान गेंद को गोलपोस्ट में डाल देना ‘गोल’ कहलाता है। जो टीम ज्यादा गोल करती है, वही विजयी होती है।
फुटबॉल का खेल अत्यंत रोमांचक और आकर्षक होता है। इसमें किसी टीम के खिलाड़ी द्वारा गेंद को ‘किक’ मारते हुए गोलपोस्ट की ओर ले जाने पर सभी दर्शक उत्साहित हो उठते हैं और गोल हो जाने पर तालियां बजाकर उसको बधाई देते हैं। कभी-कभी जब दोनों टीमों के खिलाड़ी टक्कर के होते हैं, तो मैच अत्यंत संघर्षपूर्ण हो जाता है। ऐसे में दर्शक सांस लेना भी भूल जाते हैं।
फुटबॉल पर अनमोल वचन – Best Quotes on Football
- घड़ी बनाने की तरह फुटबॉल में सूक्ष्मता और सटीकता के बिना प्रतिभा और सौंदर्य का कोई मतलब नहीं हैI लिओनेल मेसी
- अपने देश को फुटबॉल मैच हारते देखना उसके लिए बहुत कठिन है जिसने कभी वो जर्सी पहनी होI डिएगो मैरेडोना
- मैं बैलन डी’ओर जीतने के लिए फुटबॉल नहीं खेलताI मैं खुश रहने के लिए फुटबॉल खेलता हूँ, क्योंकि मुझे इससे प्यार है और मैं फुटबॉल खेलना चाहता हूँI नेमार
- मैं फुटबॉल को एक आर्ट की तरह देखता हूँ और सभी खिलाड़ी आर्टिस्ट हैंI अगर आप एक टॉप आर्टिस्ट हैं, तो आखिरी चीज जो आप करेंगे वो कोई ऐसी पिक्चर पेंट करना होगा जो पहले ही कोई और पेंट कर चुका होI क्रिस्टियानो रोनाल्डो
- अगर मेसी “ग्रीक के काल” में होता तो निश्चित रूप से वो “फुटबॉल का भगवान्” होताI नाबिल टौसी
- फुटबॉल की तरह ज़िन्दगी में, तुम तब तक अधिक आगे नहीं बढ़ सकते जब तक तुम्हे ये नहीं पता होता कि गोलपोस्ट्स कहाँ हैंI अर्नाल्ड एच. ग्लासगो 600 Words Essay speech on Football
- मेरे लिए साल के दो वक़्त हैं: फुटबॉल सीजन, और फुटबॉल सीजन का इंतज़ारI डैरियस रकर
- फुटबॉल के बारे में ये चीज – फुटबॉल के बारे में ज़रूरी चीज – ये है कि ये सिर्फ फुटबॉल के बारे में नहीं हैI टेरी प्रैटचैट
- फुटबॉल में दूसरे टीम की मौजूदगी से सारी चीजें जटिल हो जाती हैंI जीन-पॉल सार्त्रे
- फुटबॉल खेल के रूप में बेढंगी लड़कियों के लिए एक अच्छा गेम है, लेकिन सुकुमार लड़कों के लिए ये बिलकुल भी उपयुक्त नहीं हैI ऑस्कर वाइल्ड 600 Words Essay speech on Football
- फुटबॉल फुटबॉल है और प्रतिभा प्रतिभाI लेकिन आपके टीम की मानसिकता अंतर पैदा कर देती हैI रॉबर्ट ग्रिफिन III
- ज़िन्दगी का खेल काफी कुछ फुटबॉल की तरह हैI आपको अपनी प्रॉब्लम्स टैकल करनी होती हैं, अपने डर को ब्लॉक करना पड़ता है, और जब मौका मिले तब अपना पॉइंट स्कोर करना होता हैI लुईस ग्रीज़र्ड
- न्यायाधीशों से बेहतर डिसीजन स्कोर्स देते हैंI अमित कालानत्री
- फुटबॉल जनता का बैले (डांस) हैI दिमित्री शोस्ताकोविच 600 Words Essay speech on Football
- फुटबॉल: एक ऐसा खेल जिसका शिक्षा के साथ वही रिश्ता है जो बुलफाइटिंग का कृषि सेI एल्बर्ट हब्बार्ड
- अपनी जीत से आप एक लाइन सीख सकते हैं और एक पूरी किताब अपनी हार सेI पॉल ब्राउन
- एक विजेता कभी प्रयास करना नहीं छोड़ताI टॉम लैनड्री
- फुटबॉल आपको कड़ी मेहनत करना सीखाता हैI बिजनेस और फुटबॉल दोनों में असाधारण परिणाम पाने के लिए आपको बहुत सी साधारण तैयारियां करनी पड़ती हैंI रोजर स्टोबैक
- : फुटबॉल में सबसे मुश्किल चीज गोल स्कोर करना हैI पेप गार्डियोला
- बॉल के साथ एक लड़काI सपनों के साथ एक लड़काI डेविड पीस 600 Words Essay speech on Football
- फुटबॉल बहुत हद तक ज़िन्दगी की तरह है ये सीखाता है कि काम, बलिदान, दृढ़ता, प्रतिस्पर्धा, निःस्वार्थता और अधिकार के प्रति सम्मान वो कीमत है जो हममें से हर एक को किसी योग्य लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए चुकानी होती हैI विन्स लोम्बार्डी जूनियर
- फुटबॉल गलतियों का खेल हैI जो सबसे कम गलतियाँ करता है जीतता हैI जोहान क्रूफ
- फुटबॉल एक सिम्पल गेम हैI बाईस लोग 90 मिनट तक एक बॉल का पीछा करते हैं और अंत में, हेमशा जर्मन्स जीत जाते हैंI गैरी लाइनकर 600 Words Essay speech on Football
- वही लड़के जिन्हें लोगों की धुलाई करने के लिए स्कूल में रोक लिया जाता था आज उसी काम के लिए रिवॉर्ड पा रहे हैंI वे इसे फुटबॉल कहते हैंI लॉरी हैलसे एंडरसन
- कुछ लोग सोचते हैं फुटबॉल जीने-मरने का मामला हैI मुझे ये रवैया पसंद नहीं हैI मैं उन्हें आश्वस्त कर सकता हूँ कि ये उससे कहीं अधिक गंभीर हैI बिल शैंकली 600 Words Essay speech on Football
FAQ:-
फुटबाल खेल की शुरुआत कब और कहां से हुई?
फुटबाल खेल की शुरुआत कब और कहां से हुई, इसका निश्चित प्रमाण नहीं मिलता। कहा जाता है कि इंग्लैंड और स्कॉटलैंड फुटबॉल की जन्म स्थली रही है। हमारे यहां द्वापर युग में ही कन्हैया द्वारा कालिंदी कुंज में कंदुक खेलने की बात आई है। लेकिन आज तो हमारे देश में फुटबॉल का खेल शहरों से लेकर सुदूर देहातों तक अपना पैर जमाए हुए है।
फुटबॉल के मैदान की लम्बाई -चौड़ाई कितनी होती है ?
फुटबॉल का खेल 100 गज लंबे और 60 गज चौड़े मैदान खेला जाता है।
फुटबॉल में कितने खिलाड़ी होते हैं ?
प्रत्येक टीम में खिलाड़ियों की संख्या 11-11 होती है। इनमें एक गोलकीपर, दो फुलबैक, तीन हाफबैक और पांच सेंटर फॉरवर्ड खिलाड़ी होते हैं।
फुटबॉल का हिंदी नाम क्या है?
फुटबॉल दुनिया में सबसे लोकप्रिय खेलों में शुमार है. वैसे तो फुटबॉल एक ऐसा शब्द है, जिसका हिंदी में कोई सटीक शब्द नहीं हैI लेकिन तमाम जानकारों का मानना है कि इसे हिंदी में “पैर से खेलने वाली गेंद” कहां जाता हैI
फुटबॉल में कौन सी गैस भरी जाती है?
हीलियम
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मै आशा करती हूँ कि फुटबॉल पर लिखा यह निबंध ( फुटबॉल पर 600 शब्दों में निबंध,भाषण । 600 Words Essay speech on Football in Hindi) आपको पसंद आया होगा I साथ ही साथ आप यह निबंध/लेख अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ जरूर साझा (Share) करेंगें I
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